यूपी में रोजगार मेला: पीएम मोदी ने बांटे 51,000+ नियुक्ति पत्र
उत्तर प्रदेश के युवाओं के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है। राज्य में आयोजित 17वें राष्ट्रीय रोजगार मेले के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर के युवाओं को 51,000 से अधिक सरकारी नियुक्ति पत्र वितरित किए। यह पहल सरकार के उस अभियान का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य युवाओं को स्थायी रोजगार उपलब्ध कराना और भर्ती प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी बनाना है।
रोजगार मेले का महत्व
इस मेले का आयोजन युवाओं को सरकारी नौकरियों के अवसर प्रदान करने और उन्हें राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में शामिल करने के उद्देश्य से किया गया।
सरकार लगातार ऐसे मेलों के माध्यम से बेरोजगारी को कम करने, कौशल विकास को बढ़ावा देने और युवाओं को बेहतर कैरियर विकल्प उपलब्ध कराने पर जोर दे रही है।
उत्तर प्रदेश में आयोजन की झलक
उत्तर प्रदेश के कई जिलों—जैसे इटावा, भदोही, मेरठ, एटा, बांदा और ललितपुर—में 24 से 31 अक्टूबर 2025 तक रोजगार मेले आयोजित किए जा रहे हैं।
इन मेलों में 10वीं, 12वीं, आईटीआई, ग्रेजुएट फ्रेशर और अनुभवी उम्मीदवारों को विभिन्न पदों के लिए आवेदन का अवसर दिया गया है।
मुख्य पदों में सिक्योरिटी गार्ड, सुपरवाइज़र, कंप्यूटर ऑपरेटर, सेल्स एग्जीक्यूटिव आदि शामिल हैं।
इस बार की खास बातें
इस रोजगार मेले में 51,000 से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपे गए।
अब तक इस अभियान के तहत 10 लाख से अधिक उम्मीदवारों को रोजगार मिल चुका है।
प्रधानमंत्री मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अभ्यर्थियों को संबोधित किया और विभिन्न राज्यों से इस आयोजन को जोड़ा गया।
उन्होंने युवाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि “भारत की नई पीढ़ी देश की प्रगति का इंजन है।”
युवाओं के लिए अवसर
राज्य सरकार की ‘मिशन रोजगार’ योजना के तहत लगातार ऐसे आयोजन किए जा रहे हैं।
युवाओं को सलाह दी जाती है कि वे रोजगार मेलों की जानकारी के लिए रोजगार संगम पोर्टल (rojgaarsangam.up.gov.in) पर पंजीकरण करें और उपलब्ध नौकरियों के अनुसार आवेदन करें।
उम्मीदवारों को अपने शैक्षणिक प्रमाण पत्र, पहचान पत्र और अनुभव प्रमाण पत्र साथ रखने चाहिए।
निष्कर्ष
यह रोजगार मेला न केवल रोजगार का अवसर है, बल्कि युवाओं के आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने की दिशा में एक बड़ा कदम भी है।
सरकार की यह पहल बेरोजगारी घटाने और युवाओं के लिए विकास का मार्ग खोलने में सहायक साबित हो रही है।
“रोजगार मेला—नौकरी ही नहीं, आत्मनिर्भरता का उत्सव।”
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