NCERT का नया नियम: अब बिहार बोर्ड के छात्र CBSE के बराबर
नई दिल्ली, 27 सितंबर 2025 – शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला है। NCERT (नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग) ने नया नियम लागू किया है, जिसके तहत बिहार बोर्ड के छात्र अब CBSE के बराबर माने जाएंगे। इस फैसले से लाखों छात्रों को राष्ट्रीय स्तर पर समान अवसर मिलेगा।
क्या है नया नियम?
NCERT ने फैसला किया है कि बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड (BSEB) में पढ़ने वाले छात्रों को भी वही अकादमिक मानक और सिलेबस का लाभ मिलेगा, जो CBSE (सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन) के छात्रों को मिलता है। यानी अब बिहार बोर्ड के छात्र भी प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं, नौकरी के अवसरों और उच्च शिक्षा में किसी भी तरह से पिछड़े नहीं रहेंगे।
छात्रों को क्या फायदा होगा?
1. समान सिलेबस – बिहार बोर्ड और CBSE का कोर्स लगभग एक जैसा होगा।
2. कंपटीशन में बराबरी – JEE, NEET, UPSC जैसी परीक्षाओं में बराबरी का मौका मिलेगा।
3. नौकरी के अवसर – बिहार बोर्ड के सर्टिफिकेट को अब CBSE के समान मान्यता मिलेगी।
4. उच्च शिक्षा में लाभ – देश-विदेश की यूनिवर्सिटीज में एडमिशन आसान होगा।
बिहार बोर्ड और CBSE में अब फर्क नहीं
पहले तक बिहार बोर्ड और CBSE के बीच सिलेबस, परीक्षा पैटर्न और मूल्यांकन पद्धति में काफी अंतर था। लेकिन नए नियम से अब यह अंतर मिट जाएगा और बिहार बोर्ड के छात्रों को किसी भी तरह की भेदभावपूर्ण स्थिति का सामना नहीं करना पड़ेगा।
विशेषज्ञों की राय
शिक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि यह कदम "वन नेशन, वन एजुकेशन" की दिशा में एक बड़ा प्रयास है। इससे ग्रामीण और शहरी शिक्षा के बीच की खाई कम होगी और देशभर के छात्रों को समान स्तर पर पढ़ाई और अवसर मिलेंगे।
नतीजा
NCERT का यह निर्णय बिहार के छात्रों के लिए ऐतिहासिक साबित होगा। अब बिहार बोर्ड के छात्र भी गर्व से कह सकेंगे कि वे CBSE के बराबर हैं, और भविष्य की प्रतिस्पर्धाओं में मजबूती से आगे बढ़ सकेंगे।
यह अपडेट छात्रों और अभिभावकों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। अगर आप बिहार बोर्ड से पढ़ाई कर रहे हैं, तो यह बदलाव आपके करियर की दिशा बदल सकता है।
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