इस राज्य में B.Ed नामांकन प्रक्रिया ठप! खाली क्लासरूम, छात्रों का भविष्य अधर में
नई दिल्ली/पटना। शिक्षक बनने का सपना देख रहे हज़ारों छात्रों का भविष्य फिलहाल अधर में लटक गया है। राज्य की B.Ed नामांकन प्रक्रिया (B.Ed Admission Process) पिछले कई हफ्तों से ठप पड़ी हुई है। नतीजा यह है कि कॉलेजों के क्लासरूम खाली पड़े हैं और अभ्यर्थी रोज़ाना नई अधिसूचना (Notification) का इंतज़ार कर रहे हैं।
नामांकन प्रक्रिया क्यों अटकी?
जानकारी के अनुसार, तकनीकी खामियों, कोर्ट केस और प्रशासनिक देरी की वजह से B.Ed प्रवेश प्रक्रिया (B.Ed Admission 2025) प्रभावित हुई है। जिन छात्रों ने आवेदन किया था, वे अब तक काउंसलिंग या सीट अलॉटमेंट (Seat Allotment) की डेट का इंतज़ार कर रहे हैं।
छात्रों की परेशानी
-
अभ्यर्थी समय पर पढ़ाई शुरू नहीं कर पा रहे हैं।
-
नौकरी व प्रतियोगी परीक्षाओं (Competitive Exams) की तैयारी पर असर पड़ रहा है।
-
जिनकी आयु सीमा (Age Limit) पूरी होने वाली है, उनके लिए यह देरी करियर पर गहरा असर डाल सकती है।
एक छात्रा ने कहा – “हमने B.Ed में दाखिले के लिए आवेदन किया, लेकिन प्रक्रिया रुकी हुई है। रोज़ वेबसाइट देखते हैं, लेकिन कोई अपडेट नहीं आता।”
कॉलेज प्रशासन भी परेशान
B.Ed कॉलेजों में फैकल्टी मौजूद है, लेकिन छात्र न होने के कारण क्लासरूम खाली पड़े हैं। इससे कॉलेज प्रशासन को आर्थिक और शैक्षणिक दोनों तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
विशेषज्ञों की राय
शिक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि अगर जल्द ही नामांकन प्रक्रिया शुरू नहीं की गई तो छात्रों का एक पूरा सत्र (Academic Session) बर्बाद हो सकता है। इसका असर भविष्य में शिक्षक भर्ती (Teacher Recruitment) पर भी पड़ेगा।
छात्रों की मांग
-
जल्द से जल्द काउंसलिंग शेड्यूल जारी किया जाए।
-
कोर्ट और प्रशासनिक प्रक्रिया में तेजी लाई जाए।
-
ऑनलाइन पोर्टल (Online Portal) को तकनीकी रूप से मज़बूत किया जाए।
निष्कर्ष
B.Ed नामांकन प्रक्रिया में हो रही देरी न सिर्फ छात्रों बल्कि पूरे शिक्षा तंत्र पर असर डाल रही है। अगर सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन समय रहते कदम नहीं उठाते, तो भविष्य में शिक्षक की कमी और भी गंभीर हो सकती है।

Comments
Post a Comment