2025 में Bihar MBBS Counselling: बिहार के इस कॉलेज से एमबीबीएस की पढ़ाई करें, कम खर्च में डॉक्टर बनें

2025 में Bihar MBBS Counselling: अब भगवान महावीर इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस (BMIMS) नालंदा, पावापुरी में 100 सरकारी सीटों पर एमबीबीएस की पढ़ाई करता है। छात्रों को हॉस्टल की पूरी व्यवस्था, कम खर्च और नवीनतम हॉस्पिटल सुविधाएं मिल रही हैं। B.Sc. नर्सिंग और पैरामेडिकल कोर्स भी इस स्थान पर उपलब्ध हैं। NEET-UG और BCECEB काउंसलिंग आवश्यक हैं। BMIMS सबसे अच्छा विकल्प है अगर आप बेहतर और सस्ता मेडिकल स्कूल में पढ़ना चाहते हैं।






Bihar MBBS Counselling 2025: NEET UG के माध्यम से बिहार के अग्रणी मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन लेने का विचार कर रहे सभी उम्मीदवार सही जगह पर हैं। इस लेख में जानिए कि बिहार के नालंदा जिले के पावापुरी में स्थित भगवान महावीर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (BMIMS) अब मेडिकल की पढ़ाई करने के इच्छुक छात्रों के लिए एक अच्छा विकल्प बन गया है। 2011 में स्थापित इस सरकारी कॉलेज में 2013 से एमबीबीएस की पढ़ाई दी जा रही है। MBBS कोर्स यहां 100 सरकारी सीटों पर उपलब्ध है और एडमिशन NEET-UG पर आधारित है। यहां पढ़ाई की लागत बहुत कम है, इसलिए आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के विद्यार्थी भी डॉक्टर बनने का सपना पूरा कर सकते हैं क्योंकि यह सरकारी संस्थान है।

Bihar MBBS Counselling 2025 in Hindi: पढ़ाई के साथ बेहतर मेडिकल सुविधाएं

BMIMMS से जुड़ा अस्पताल चिकित्सा सेवाओं के लिहाज़ से भी काफी सशक्त है। 500 से अधिक बेड यहां उपलब्ध हैं। OPD, IPD, ICU, NICU, ICCU और MRI, CT स्कैन और अल्ट्रासाउंड मरीजों को उपलब्ध हैं। यह अस्पताल गंभीर बीमारियों के इलाज में कारगर साबित हो रहा है, क्योंकि इसमें कीमोथेरेपी जैसी आधुनिक सेवाएं भी शुरू हो गई हैं। (BMIMS Pawapuri)

नर्सिंग और पैरामेडिकल कोर्स भी उपलब्ध

MBBS डिग्री तक सीमित नहीं है BMIMS। B.Sc. नर्सिंग, DMLT और अन्य पैरामेडिकल कोर्स भी यहां कराए जाते हैं। कुछ विभागों में पोस्ट ग्रेजुएट (PG) सीटें भी हैं। कॉलेज प्रशासन वर्तमान में पीजी कोर्सेज और सीटों की संख्या बढ़ाने के लिए भी कुछ योजना बना रहा है।


Bihar MBBS Counselling 2025 in Hindi: हॉस्टल और अन्य सुविधाएं भी है उपलब्ध

BMIMS कॉलेज परिसर में लड़कों और लड़कियों के लिए अलग-अलग G+5 मंज़िला हॉस्टल हैं। सभी कमरों में Wi-Fi, RO पेयजल, 24×7 सुरक्षा और मेस हैं। छात्रों को यहां रहने और खाने-पीने का खर्च बहुत कम है, इसलिए वे आर्थिक रूप से बोझ नहीं महसूस करते।


MBBS कोर्स की फीस स्ट्रक्चर

कॉलेज में एमबीबीएस ट्यूशन का सालाना शुल्क 40,800 से 41,800 है। इसके अलावा, मेस और अन्य सेवाओं के लिए 6,000 सालाना शुल्क निर्धारित है, जबकि हॉस्टल का शुल्क सिर्फ 6,000 है। BMIMS इस तरह एक विश्वसनीय मेडिकल कॉलेज बन जाता है।


एडमिशन प्रक्रिया, ऐसे लें प्रवेश

MBBS कोर्स में एडमिशन के लिए छात्र को पहले NEET-UG टेस्ट करना होगा। इसके बाद आपको बिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा बोर्ड (BCECEB) की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा और ऑनलाइन काउंसलिंग में भाग लेना होगा। रजिस्ट्रेशन के दौरान छात्रों को NEET स्कोर कार्ड, 12वीं की मार्कशीट, डोमिसाइल सर्टिफिकेट, आधार कार्ड, पासपोर्ट साइज फोटो और मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट की आवश्यकता होती है।


जानें संभावित NEET कटऑफ

हर साल कॉलेज में प्रवेश के लिए कटऑफ रैंक बदलती रहती है, लेकिन पिछले वर्षों के ट्रेंड के आधार पर, संभावित कटऑफ जनरल कैटेगरी में 5800 से 8000 के बीच, OBC कैटेगरी में 9500 तक और SC/ST कैटेगरी में 41,000 तक हो सकता है।

BMIMS पावापुरी बिहार के छात्रों के लिए एक आदर्श मेडिकल कॉलेज बनता जा रहा है क्योंकि यह कम फीस, बेहतर इमारतों, अनुभवी शिक्षकों और आधुनिक मेडिकल सुविधाओं प्रदान करता है। यह संस्थान आपके लिए एक अच्छा मौका हो सकता है अगर आप एक डॉक्टर बनने की इच्छा रखते हैं और सरकारी विश्वविद्यालय में पढ़ाई करना चाहते हैं।

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